What is File System in Linux:
Linux के (hierarchical) अन्तर्गत file की संरचना वृक्षवत होती है, जिसमें सबसे ऊपर रूट-डायरेक्टरी (Root-Directory )होती है। रूट डायरेक्टरी के अन्तर्गत ही अन्य सभी फाइलें, डायरेक्टरियां होती हैं।
Linux के अंतर्गत सभी उपलब्ध जानकारियों को file के रूप में ही प्रयोग किया जाता है। सभी application की उपयोगिताओं को तथा data को file के रूप में ही सुरक्षित रखा जाता है। Linux के file system को निम्न चित्र में प्रदर्शित गया है
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Linux में फाइल सिस्टम एक root डायरेक्टरी से प्रारंभ होता है जिसे (/) चिन्ह द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। की सभी directories और files इसी के अन्तर्गत होती हैं, जैसे कि चित्र में प्रदर्शित हैं।
Root directory के अंतर्गत directory को सब-डायरेक्टरी कहा जाता है इन Sub-directory में कई एनी file तथा डायरेक्टरी होती है Directory के निर्माण की सबसे प्रमुख वजह एक जैसी फाइलों को इकट्ठा कर उन्हें अन्य समूहों से अलग रखना है।
Root- Directory के अन्तर्गत उपलब्ध directory और उनका उद्देश्य निम्न है:
/: यह Root directory होता है जहां प्रारंभिक startupfiles होतें हैं।
/bin : इसके अंतर्गत single user mode में प्रयुक्त आदेश तथा स्टार्ट-अप programs. सुरक्षित रहते हैं।
/boot: इसमें system के लिए आवश्यक files होती है।
/dev: इसके द्वारा system में उपस्थित device एवं drivers को प्रदर्शित किया जाता है।
/etc : इसमें script तथा configuration files होती है।
/home : यह user की home directory होती है।
/lib : Library files को इसके अंतर्गत रखा जाता है।
/mout : अस्थायी फाइलों के लिये mount point के रूप में प्रयोग किया जाता है।
/opt : Installation के लिये इस डायरेक्टरी का प्रयोग होता है।
/var : विभिन्न आकार की डाटा फाइल तथा मेल एवं प्रिंटिंग के लिये प्रयुक्त फाइलें यहां सुरक्षित की जाती है।
/proc: Kernel के लिये Virtual file यहां सुरक्षित होती है।
/ root: यह root यूजर की होम डायरेक्टरी है।
/sbin: यहां सुरक्षित की गई फाइलों का प्रयोग booting केलिये होता है।
/tmp : अस्थायी फाइलों के स्टोरेज की जगह है।
/usr : Other users के प्रयोग के लिए programs
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