UML क्या है ? (What is UML?)
यह Unified Modeling Language शब्द का संक्षिप्त रूप है। इस भाषा को विशेष रूप से modeling language को तैयार करने के लिए बनाया गया है। इस भाषा में framework design करने की क्षमता समाहित होती है।
इसका सबसे अच्छा उपयोग object oriented relational database जैसे: Oracle इत्यादि के design में होता है। UML को इस प्रकार design किया गया है जिससे द्वारा उपयोगकर्ता visual modeling language तैयार कर सकता है।
Computer Application एवं database को Object Oriented design के द्वारा किस प्रकार तैयार किया इसमें research चल रहा था। इसी का हल के रूप में एक नया भाषा तैयार किया गया जिसे Unified Modeling Language (UML) के नाम से जानते हैं।
वर्ष 1997 में Object Management Group (OMG) ने अथक प्रयास करके इस भाषा UML को तैयार किया। यह एक Object Oriented Design भाषा है। इस भाषा के अविष्कार के पीछे एक अन्य तथ्य GUI programming की आवश्यकता को माना जाता है क्योंकि 1990 के आते-आते computer और भी powerful हो गये थे।
इसलिए एक ऐसी भाषा की आवश्यकता महसुस किया जाने लगा जिसके द्वारा आसानी से computer application तैयार किया जा सके। इसे सामान्य प्रकार के modeling भाषा को object oriented के उपयोग के लिए तैयार किया गया है।
इस भाषा में एक standard diagram शामिल होता है जिसके मदद से computer application की परिकल्पना तैयार कर सकते हैं। यह एक बड़े एवं उलझे हुए system के प्रबंधन के लिए ढांचा तैयार करने में बहुत उपयोगी साबित होता है।
किसी भी तैयार project को किसी अनजान व्यक्ति को समझाने के लिए यह बहुत उपयोगी साधन है। UML को presentation तैयार करने का tools की तरह मान सकते हैं।
Representation in UML Diagram:
UML में project को visualize करने के लिए अलग-अलग प्रकार के diagram बना सकते हैं इन diagrams को दो प्रकारों में बाँटा जा सकता है जिसमें पहला प्रकार वह होता है जिसके द्वारा सामान्य व्यवहार को प्रस्तुत करने के लिए बनाते है एवं दूसरा प्रकार में उसके ढाँचा से संबंधित जानकारी को प्रस्तुत करने के लिए तैयार करते हैं।
इन दोनों प्रकारों से सम्बंधित कुछ प्रमुख diagram निम्न हैं:
UML के प्रकार (Type of UML Diagram) :
i) Class Diagram:
यह एक structural diagram है जिसका कार्य है। अनेक classe के बीच के relation को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। इसके द्वारा system class को प्रस्तुत कर सकते हैं जो classes के attributes के बीच के संबंध व्यक्त करता है।
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ii) Use case Diagram:
इस diagram का उपयोग करके कंप्यूटर एप्लीकेशन एवं database system के कार्य को स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकते हैं इसमें system के आवश्यकता को ध्यान में रखा जाता है। और उसी के आधार पर मनुष्य system को किस प्रकार उपयोग कर सकता है या आवश्यक प्रक्रियाओं को परिभाषित किया जाता है।
iii) Component Diagram:
इसके द्वारा system के components अथात् structure को परिभाषत करने के लिए किया जाता है। यह एक structural diagram होता है। यह diagram system के भौतिक प्रदर्शन के निर्धारण के लिए होता है।
iv) Activity Diagram:
व्यापार के प्रक्रिया को एक flow में उसे कार्य के ऊपर से नीचे प्रदर्शित करने के लिए इस diagram का उपयोग किया जाता है।
दूसरे शब्दों में इसे कार्य के क्रम को graphical तरीके से प्रस्तुत करने के लिए तैयार किया गया diagram मान सकते हैं। इसमें दो या उससे अधिक object के बीच के प्रक्रिय को diagram के द्वारा प्रस्तुत करते हैं।
v) Package Diagram:
यह diagram संगठन को उसके तत्वों को एक packag रूप में प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित करता है। इसमें आप element का एक तार्किक रूप से समूहबद्ध करके system के भाग के रुप में प्रस्तुत कर सकते हैं।
यदि आप class element का उपयोग कर रहें हैं तो package आपको उसके namespace निर्धारण की सुविधा प्रदान करता है। यह एक structural diagram होता है।
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vi) Statechart Diagram:
इस diagram के द्वारा class के अलग-अलग स्थिति लिए model बनाने या उसे प्रदर्शित करने के किया जाता है। यह निर्धारित करते है कि एक class दूसरे class में किस प्रकार स्थानांतरित करेगा।
इसमें प्रत्येक state के प्रवाह को नियंत्रित करने को दर्शाया जाता है। इस diagram में शर्त भी निर्धारित करना होता है क्योंकि उसी के आधार पर object के होने या ना होने का पता लगाया जाता है यदि object है तो उस पर कार्य करने का निर्धारण किया जाता है।
vii) Development Diagram:
इसमें system के physical स्थिति को व्यक्त किया जाता है। इसमें system के विकास में hardware किस प्रकार उपयोगी है इसे परिभषित किया जाता है।
यह एक structural diagram है इसमें यह system के hardware को किस प्रकार चलाना है जिससे उसके बीच में संचार स्थापित हो जाये इसे परिभाषित किया जाता है।
Conclusion
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपको यूएमएल (UML क्या है और इसके प्रकार) की मूल बातें और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में इसके महत्व को समझने में मदद करेगी।
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