Logical & Physical File System in Operating System

Logical & Physical File System:

Physical file system की आवश्यकता data को स्थाई रूप से सुरक्षित रखने में किया जाता है। Logical file system में यह परिभाषित किया जाता है कि उसे किस प्रकार रखना है और access करने के क्या नियम है। इन दोनों प्रकार के file system के बीच के अंतर निम्न प्रकार है:

Difference between physical and logical file systems in OS

Physical File System Logical File System
Physical file system के तत्व के रूप में वास्तविक आंकड़े का उपयोग होता है और यह memory के एक भाग को घेर के रखते हैं। Logical file system memory के किसी भाग को घेरकर नहीं रखता क्योंकि यह अपने आप परिभाषित class path के अनुसार load हो जाता है इसलिए इसके तत्व के रूप में कोई आंकड़े नहीं होते।
यह बिना logical file के हो सकता है अर्थात logical file बनाये या नहीं physical file बना सकते है। यह physical file के बिना नहीं हो सकता अर्थात इसे physical file बनाने के बाद ही बनाया जा सकता है।
इस file के तत्व के रूप में केवल एक ही record फॉर्मेट हो सकता है। इस प्रकार के file के तत्व के रूप में एक से लेकर 32(बत्तीस) record file हो सकतें है।
इस file को यदि logical file से मिलाकर बनाया गया है तो इस प्रकार के file को सीधे मिटाया जा सकता है इसके लिए इससे सम्बंधित logical file को मिटाने की आवश्यकता नहीं होती। इस file को यदि physical file से मिलाकर बनाया गया है तो इस प्रकार के file को, जब तक physical file को n मिटाया जाए तब तक मिटा नहीं सकते।

PDF Notes Operating System PDF Notes Download Download PDF

Post a Comment

0 Comments