What is Risk Management ? | Principles of Risk Management | Software Engineering

What is Risk Management ?

ये संभावित issue project की लागत, schedule या technical success of the project और हमारे सॉफ्टवेयर device की quality, या project  teams  के मनोबल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। 

What is risk management in software engineering
Software Risk management

Risk Management परियोजना को नुकसान पहुंचाने से पहले इन problem को संबोधित करने और उन्हें समाप्त करने की प्रणाली है। हमें संभावित मुद्दों के रूप में Risk को projects की वर्तमान problems से अलग करने की आवश्यकता है।

साधारण भाषा में Risk - 
कल की समस्याएं आज का जोखिम हैं । (Tomorrow problems are today's risk.)

एक software project कई तरह के जोखिमों ( Risk) से संबंधित हो सकता है। एक software project को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण जोखिमों को व्यवस्थित रूप से पहचानने के लिए, जोखिमों को विभिन्न वर्गों में वर्गीकृत करना आवश्यक है। project manager तब check कर सकता है कि प्रत्येक वर्ग से कौन से जोखिम परियोजना के लिए प्रासंगिक हैं। जोखिम के तीन मुख्य वर्गीकरण हैं जो एक सॉफ्टवेयर परियोजना को प्रभावित कर सकते हैं - 

  1. Project Risk
  2. Technical risks
  3. Business risks

जब software project पर कार्य किया जा रहा है तो उसमें जोखिम (risk) की भी संभावना बनी रहती है। Software project management में निम्न प्रकार के risk की संभावना बनी रहती हैः

i) Organizational:

Software develop करने के लिए आपने project team का गठन तो कर लिया परंतु उनके बिज एक संगठन की तरह कार्य करने की क्षमता है या नहीं इसका risk हमेंशा बना रहेगा।

Project manager का कार्य होता है कि वह project team के बीच संगठनात्मक गुण बनाकर रखे। यदि manager उन team member के बीच के अंतःसंबंध से खुश नहीं है तो इस स्थिति में तुरंत बदलाव कर देने चाहिए अन्यथा project के लम्बा खीचने या असफल होने का risk लगातार बना रहता है।

ii) Performance:

Project team का कार्य करने की क्षमता यदि सही नही है तो इससे project का समय पर पूर्ण न होने की संभावना काफी बड़ जाती है। Project manager को यह देखना होता है कि कार्य में जितने व्यक्ति लगे हुए है उनका performance अच्छा है या नहीं।

समय-समय पर उनके कार्य क्षमता की जॉच करते रहना चाहिए साथ ही उनके बीच आपसी तालमेल बिठाकर रखना होता है जिससे project में कार्य की गति तिव्र बनी रहे।

iii) New technologies:

यह किसी project के fail होने का एक बहुत बड़ा कारण होता है। Project team यदि पुराने technology पर ही कार्य करने में सक्षम है तो इस स्थिति में project के flop होने की chances होते हैं। इसलिए नये tools, technology, standards development system को जितना जल्दी adopt कर लिया जाये उतना ही बेहतर होता है।

iv) User and functional requirement:

किसी software को develop करते समय उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक होता है। आवश्यकताओं का विश्लेषण एक लम्बा, थकाऊ और जटिल प्रक्रिया होती है इसलिए कई बार requirement management team द्वारा सही प्रकार से इस process को पूरा नहीं करती हैं जिसका नतीजा  project को चुकाना पड़ता है। इसमें project के fail होने का जोखिम भी बना रहता है।

v) Application and system architecture:

Project team के द्वारा project के architecture को समझना आवश्यक होता है साथ ही जब उसमें development का कार्य चल रहा होगा तो किस प्रकार कार्य को प्रबंध करना है यह समझना भी आवश्यक होता है। किसी software project के लिए architecture, platform या components को गलत तरीके से लेना project के लिए जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए team में ऐसे विशेषज्ञों को शामिल किया जाना चाहिए।

कुछ ऐसी सावधानी होती है जिससे risk को पहचान कर कम किया जा सकता है जैसेः पूर्व में इसी प्रकार के project का आवलोकन करना और पता लगाना की उसमें किस प्रकार की समस्या आ चुकी है जिससे वर्तमान project को बचाया जा सके। 

इसी प्रकार नये project में कुछ risk कम करने वली तकनीक को जोड़कर भी risk कम किया जा सकता है और भविष्य के project के लिए कुछ नयी विश्वनिय तरकीब लगाना जिससे उसके समस्या को सरलता से हल किया जा सके।

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Principles of Risk Management:

Risk Managements के बहुत से principle हो सकते है जिसमे से 5 निम्न हैं - 

  1. Global Perspective
  2. Take a forward-looking view
  3. Open Communication
  4. Continuous Process
  5. Integrated Management

1. Global Perspective :

बड़ी system परिभाषाओं जैसे , Design और implementation पर विचार-विमर्श  किया जाता है, साथ ही जोखिम होने वाले अवसर और प्रभाव को देखा जाता है।

2. Take a forword-looking view :

संभावित अनिश्चितताओं को देखते हुए जो घसीटा जा सकता है। भविष्य में होने वाले जोखिमों (Risk) के संभावित समाधान पर विचार किया जाता है। भविष्य में होने वाले जोखिम के बारे में सोचें और भविष्य की घटनाओं के management के लिए भविष्य की plan बनाएं।

3. Open Communication :

यह क्लाइंट और टीम के सदस्यों के बीच संचार के मुक्त प्रवाह की अनुमति देने के लिए है ताकि उन्हें जोखिमों के बारे में निश्चितता हो।

4. Continuous Process :

इस चरण में, Risk Management प्रतिमान में जोखिमों को लगातार track किया जाता है। अधिक जानकारी ज्ञात होने की तुलना में पहचाने गए जोखिम को संशोधित करें और बेहतर अंतर्दृष्टि प्राप्त होने पर नए जोखिम जोड़ें।

5. Integrated Management :

इस चरण के दौरान risk management को projects management का एक अभिन्न अंग बनाया गया है। Software Process में जोखिम के विचार को एकीकृत किया जाना चाहिए।
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