What is Project and Product:
यह दोनों implementation प्रक्रिया है परंतु product वह है जो implement के सही प्रकार पूर्ण हो जाने के पश्चात् प्राप्त होता है। जबकि project एक चल रहे प्रक्रिया को कहते हैं इन दोनो के बीच के अंतर को निम्न प्रकार समझ सकते हैं:
What is Project in Software Engineering ?
यह product पर निर्भर करता है। इसमें जब किसी विशेष client के समस्या का हल ढूंढने का प्रयास किया जा रहा होता है तो उसे project कहते हैं। इसमें product जैसे hardware, middleware, language, operating system और tools का उपयोग करके project तैयार किया जा रहा है इसलिए यह product पर निर्भर करता है।
Project में ग्राहको से उनकी आवश्यकताओं का collection किया जाता है और फिर उन्हीं आवश्यकताओं का विश्लेषण करके उन्हें पूरा करने के लिए project team बनाया जाता है जो निर्धारित समय तक कार्य करते हुए project को एक product के रूप में बदल कर ग्राहक को सौप देते हैं।
Read Also - CRITICAL SYSTEMS VALIDATION AND MATRICS OF PROCESS IN SOFTWARE ENGINEERING
What is Product in software Engineering ?
यह product अर्थात् उत्पाद है जिसे एक से अधिक व्यक्तियों के द्वारा अपने जरूरत को पूरा करने के लिए खरीदा जाता है। इसे इस प्रकार समझ सकते हैं कि कुछ विशेष software जैसे: MS-Office, Tally इत्यादि एक product है क्योंकि इन्हें एक standard setting के अनुसार बनाया जाता है जिससे इसे कोई भी खरीद कर उपयोग कर सकता है और यदि किसी software को कोई व्यक्ति, संस्था, firm या company अपने जरूरत के अनुसार design करवाता है तो वह project हो जायेंगा।
इसी प्रकार किसी web-site को भी project कहेंगे क्योंकि इसे हर ग्राहक के आवश्यकतानुसार design करवाता है, जैसे Bank का website जो प्रत्येक bank के लिए अलग अलग होता है। इस प्रकार project में एक ही ग्राहक के लिए होता है। Hardware, middleware, language, operating system और tools इत्यादि product की श्रेणी में आयेंगे।
Product में विशेषज्ञों द्वारा बाजार का अध्ययन किया जाता है जब देखा जाता है कि global (एक से अधिक) ग्राहक मौजुद है तो product को तैयार करने के लिए एक infrastructure तैयार किया जाता है जो product develop करने का कार्य करते हैं।
इसे एक समाधान के रूप में बाजार में लाया जाता है जो यदि ग्राहक हो पसंद आता है तो उपयोग करता है अन्यथा उसे नकार देता है। इसमें ग्राहक परिवर्तन के लिद दबाव नहीं बना सकता जबकि project उसके इच्छानुसार ही तैयार किया जाता है। Product और project के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर निम्न है:
Difference between Project and Product in Software Engineering
Product | Project |
---|---|
Product की आवश्यकता बजार सर्वेक्षण से जुड़ी हुई होती है। | Project इसकी आवश्यकता निर्धारित ग्राहक की मांग से जुड़ी हुई होती है। |
इसे global रूप में मौजूद ग्राहको के लिए तैयार किया जाता है। | इसमें ग्राहक local एवं निर्धारित एवं सीधे संम्पर्क में होता है। |
इसमें एक से अधिक ग्राहक होते है। | इसके केवल एक ही ग्राहक होता है। |
इसकी आवश्यकता की समय सीमा बाजार की मॉग तय करता है। | इसकी आवश्यकता की समय सीमा निर्धारित ग्राहक ही तय करता है। |
Quality Management and Process Improvement:
जैसे किसी manufacturing factory में product की quality बढ़ाने के लिए उसके raw material, manufacturing पर ध्यान दिया जाता है ठीक उसी प्रकार software की quality को बढ़ाने के लिए software development, interface, customer need, regulation, net technology पर ध्यान दिया जाता है। इसे निम्न diagram से समझा जा सकता है:
Quality Management and process Improvements |
निम्न गुणों जिसे शामिल करके process को improvement किया जा सकता है:
Read Also - WHAT IS VERIFICATION AND VALIDATION AND ITS DIFFERENC | SOFTWARE ENGINEERING IN HINDI
Standardization:
Software के लिए एक standard निर्धारित करके उसे तेजी से तैयार किया जा सकता है। Standard के अनुसार software तैयार करने से उसे किसी अन्य software के साथ सरलता से जोड़ा जा सकता है।
Understandability:
इसमें यह देखा जाता है कि software को कितने स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है जिससे उसे असानी से समझा जा सके। जितना समझने में असान होगा उतना ही process में तेजी लायी जा सकती है।
Reliability:
Process को बढ़ाने के लिए उसमें मजबुती होने चाहिए, यहाँ मजबुती से अर्थ है software इस प्रकार होना चाहिए कि उसमें गलतियॉ ना के बराबर हो और यदि आ भी जाये तो उसे तुरंत नियंत्रित कर लिया जाए।
Visibility:
Software process का result का clear होना आवश्यक होता है जिससे process पुरी तरह से visible हो जाता है इससे process की प्रक्रिया सरल हो जाती है।
Measurability:
किसी process के लिए उसका मापते रहना आवश्यक होता है क्योंकि इससे उसकी गति को बढ़ाया जा सकता है। यह ये देखा जाता है कि process में data संग्रह या अन्य गतिविधियाँ सम्मिलित है या नहीं, सम्मिलित होने से process को measure करना असान हो जाता है।
Acceptability:
Software में acceptability का गुण भी उसके process को बढ़ाता है। क्योंकि Software product बन तो गया है परंतु क्या उसके तत्व में acceptability (स्वीकार्य) के गुण मौजूद है।
Robustness:
यहाॅ मजबुती से तात्पर्य इस बात से है कि क्या अप्रत्याशित समस्याओं के बावजूद भी प्रक्रिया उसी गति से जल रहा है या नहीं। यदि कोई समस्या आने से वह रूक जाता है तो उसमें robustness नहीं है।
Supportability:
Process को बड़ाने के लिए बाहरी support जैसे software tools का उपयोग किया गया है या नहीं यह देखना होता है।
Maintainability:
Software को ऐसे होना चाहिए कि उसे आगे परिवर्तन के अनुसार maintain किया जा सके अन्यथा वह बेकार हो जायेगा और process की गति धीमी हो जायेगी क्योंकि नये आवश्यकतानुसार आपके नया software design करना होगा।
0 Comments